Sunday, November 25, 2012

Loneliness On the TOP!!

Around the hill; in the park
I see the brightness on the top
Seeking to touch it, seeking to grasp;
Thinking that my heart may be match!
So, starting a business for that job....
Ready to go to get that TOP....
BUT
Troubles come around...
Pulling me back towards the ground,
I do not give up
Keep again the round..
Then round and round 
and round again
So that I'll get the goal which is the main.
So, I go up towards the top...
My Heart is there waiting me lot...
But,
When I come on the top 
Miss those things which I thought 
My willing for Heart present here not,
Solitary environment, Solitary Heart,
Alas! Here nothing present for what I think lot.
Here is the loneliness on the Top.
Here is the loneliness on the Top.
But Sudden! What I see....
The bright thing brights hard to over me.
brights such that hard to see,
Will YOU there over the Top?
So how can I seek you here the Top?
Cause loneliness is here on the top.
Sudden,
I listen over the Top..
Your God is here over you!!
To make You Happy and change ur View!!
LOVE YOU GOD... 
PLACE INTO MY HEART!!!♥ ♥ ♥ ♥ ♥ ♥ 


Friday, November 23, 2012

आज मुझे फिर सो लेने दो!!

This is dedicated for someone special.....


आज मुझे फिर सो लेने दो
उसकी यादों में जो खोना है
आज मुझे फिर सो लेने दो
उससे जो बातें करना है.
हकीकत में तो हमें हिम्मत नही पड़ती
सपने में ही उससे मिल लेने दो
आज मुझे फिर सो लेने दो....
ढाई अक्षर के उस शब्द को मैंने उससे जब बोला
मुस्कुरा के पलकों को नीचे कर लिया था उसने
इश्क की चादर से ओढ़े इस सपने में
जी भर के बातें कर लेने दो....
आज मुझे फिर सो लेने दो.
हकीकत में ही न सही, सपने में ही मिल लेने दो
आज मुझे फिर सो लेने दो.
सपनों में बस यही सपना आता है
उसका मुस्कुराता चेहरा हमेशा सामने आता है
उसके मुखड़े का जी भर के दीदार कर लेने दो
आज मुझे फिर सो लेने दो.
सोते सोते फिर वो नाचीज़ सुबह क्यों आती है?
प्यार भरी वो बातें, सपनो में ही खो जाती हैं.
हकीकत तो अलग हालात दिखाती है.
.........................
हर दिन उसका दिलों में इंतज़ार होता है...
आखें भी उनके लिए बेकरार होता है.....
क्या इस बेकरारी का नाम प्यार होता है?
तो, उस प्यार में मुझे यूँ ही खो लेने दो.....
आज मुझे फिर सो लेने दो
आज मुझे फिर सो लेने दो...
हकीकत में न सही, सपने में मिल लेने दो ..
आज मुझे फिर सो लेने दो!!

Friday, November 16, 2012

इस दीपावली बनारस में!

भोजू 
 शुभ                       दीपावाली 




दोस्तों! सबको पहेले देर वाली शुभ दीपावली. वैसे इस बार मैं बनारस में ही रुक कर दीपावाली मनायी. इस बार मज़ा आया पर पिछली बार से कम. लेकिन इस बार सबसे मजेदार ये लगा की हम लोगों ने दीपावाली 先生 के साथ मनायी. Sensei के घर हु लोगों ने खीर पार्टी मनायी. बहुत मज़ा आया. सारे जापानी दोस्त लोग थे. इस पार्टी के मुख्य आइटम माने खीर को लाने वाले प्रशांत भईया थे. शुक्रिया उनको. और हाँ एक और मजेदार बात की हम लोगों ने नए नए खेल खेले जैसे चिड़िया उड़ वाला खेल और मछली पानी वाला खेल मुख्य तौर पे भुट्टी मेग्घा खेल. और हाँ Sensei लोगों ने भी बड़े मजेदार खेल दिखाये. जैसे नारा नारा वाला खेल तो बहुत मजेदार था. और sensei का अंदाज़ बड़ा अलग था. तो ये हो गयी खीर पार्टी का. और हाँ इस दीपावाली को तो पढ़ाई हुई नही.  बस मस्ती हुई. हाँ दीपावाली के दिन मैं अपने दोस्त के घर गया था. उनकी मम्मी ने बुलाया था. वहां भी मज़ा आया. मम्मी ने सुरन की मजेदार सब्जी और अचार खिलाया. मज़ा आ गया. पर मुझे शाम को ही वापस आना पड़ा. तो पता चला की हॉस्टल का कार्यक्रम ख़तम हो चुका है. कोई दिक्कत नही. मैंने मुश्किल से कोसिस की पढने के लिए और थोड़ी देर पढने के बाद मैं लग गया
फीचर फिलम देखने. तो ऐसी रही मेरी दीपावाली. आपकी कैसी रही दीपावाली?

Sunday, November 11, 2012

चलो छुट्टी मिली!

तो भाई और उनकी बहेनो! कैसे हैं आप लोग? मेरा? ओह! मेरा तो लगातार तीन दिन से चमत्कार हो रहा था. फिलहाल अब जा के मुक्ति मिली है.  So feel good.  पर मंगलवार यानी ६ तारीख को मेरा एक बार फिर बंद बजने वाला है. कोई बात नही मामू है न. सब की नया पार लगा देगा. तो ये तीन दिन की दुःख भरी दास्तान मेरी ही जुबानी. तो ये बात है ३० अक्तूबर की रात की जब मैं पढ़ाई में मन लगाने की कोशिश कर रहा था. पर कर नही पा रहा था. मेरे साथ ये problem है कि मैं  अपने पुस्तकों पे ध्यान नही दे पाता हूं क्यूंकि मेरा सारा ध्यान मेरे ध्यान लगाने कि कोशिश में निकल जाता है. तो time  बचता नही है. और रह जाती है धरी की धरी सारी तैयारी. हाय, बेचारा आदित्य, कहीं का नही रहा. :(
  ओह. मई तो अपनी कहानी सुना रहा था. Sorry! तो उस शाम से ही मैं  लग गया ध्यान लगाने की कोशिश में और रात २ बजे तक जद्दोजहद करने के बौजूद भी मैं  असफल ही रहा. और मेरी असफलता का कारण ये मेरा लैपटॉप और फसबूक कह सकते हैं. मैं इनसे भी दूर नही जा सकता और अपनी पढाई से भी नही. तो मुझे कोई Ultimate समाधान बताये की मई अपने पढाई पे ध्यान किस एदूं जब मेरा ध्यान पढाई में लग नही रहा है. !!!!
ईश्वर मुझे सम्भालो!!

Deepalwali Chutti!!

Hello My dear offline friends!! First of all Wish You Happy Depawali. Have Pathakaful Diwali!! This time my all friends are going to home but I am staying here and not going to home. I and my partner stay here to celebrate Diwali at hostel. A sudden silence is going in hostel. My room partner have test after DIWALI, so he stays here but I have not test even I am not going to home. I plan to revise my syllabus during these holidays and plan to prepare for exam which will come in next month. Lets see how I'll stand success on my plane because you know my nature. I am so lazy and I hardly concentrate on my study. Due to this problem I got back in my calculus subject and I have only last chance to pass it otherwise I will be expelled out form graduation and even I have not touch it. So, imposing all this on GOD!! God help me.. :'( :'(

Thursday, November 8, 2012

जपानी भाषा बहुत अच्छी लगती है.


ぐぐおなかは はんぐり. ओह!! माफ़ी भाई लोग, अपुन तो बस गाने में मस्त हो गया था. मन्ने ध्यान नही आया. चलो अपुन अपने इंटरेस्ट के बारे में बताता है. बोर नही होयेगा. इस ब्लॉग की कसम. तो बात ये है की मेरे को जापानी भाषा अच्छी लगती है. मैं चाहता हूँ की इसमें मैं महारत हासिल करूं. पर मैं ये भी जानता हूँ की किसी विदेशी भाषा सीखने के लिए वहां के रहन सहन के बारे में भी जानकारी होनी चाहिये. वहां के त्यौहार, वहां की जीवन शैली सब इकदम झकास टाइप से मालूम रहेना मांगता. तभी तो अपुन परफेक्ट हो पायेगा. लेकिन भाई लोग एक परेशानी है. साला अपुन प्रोपर टाइम नही दे पा रिया है.
अपुन टाइम टू टाइम पढाई नही कर रिया है. अपुन टेस्ट छोड़ दे रिया है. तब कैसे लगेगा का अपुन का नैया पार. खैर ये तो होता ही रहेता है. अपुन बड़ा वाला आलसी जो है. जिस दिन अपुन की ये आलसीपना ख़तम हो जाती है उस दिन सबको संकटमोचन का प्रसाद खिलाऊंगा. वैसे अपुन इंटेरेस्ट ले रिया है ई जापानी भाषा में. अपुन रोज़ नया नया जापानी गाना सुन रहा है. अपुन को AKB48, ドラエモン पसंद है. अपुन ने जापानी भाषा में ही कई सारी फ़िल्में देखीं हैं. कई सारी बोले तो आं,,,,, हाँ! Spritted Away, Doremon & Kreyan Shin Chan. है न मस्त! कई सारी हैं न?
और हाँ हमारी 先生 भी बहुत मेहनत करती हैं ताकि हम लोगों में जापानी cuture के बारे में जानकारी मिले. हमारी टीचर ने कई बार जापानी लोगों से मुलाकात करवाई है. बड़ा मज़ा आता है जब दूर समुन्दर पार से आये हुए लोगों से बातें होती हैं. वैस अपुन  honestly  बोले तो, अपुन उनकी बात उतनी अच्छे से नही समझ पाता और वो लोग भी अपुन लोगों का स्टाइल नही समझ पाते हैं लेकिन आखों ही आखों में हम अपनी बात उन्हें समझ देते हैं और उनकी सारी तो नही मगर कुछ कुछ और बहुत कुछ बातें समझ में आने लगती हैं. कहा जाता है की "अतिथि देवो भव:!" मतलब अक्खा मेहमान लोग देवता समान होता है.
अपुन भी इसी सोच को follow करता है. तो अपुन को सबसे जाएदा अच्छा क्या लगता है. जापानी लोगों से मिलना और उनसे बातें करना. जापनी गाने सुनना और उनकी lyrics याद करना. लेंकिन मुझे कुछ चीज़ न पसंद भी हैं. न पसंद क्या, मैं थोडा उसमे कमजोर हूँ. जैसे जापानी लिखना ख़ास तौर पे かんじ लिखना मुझे न पसंद है. और मैं थोड़ा जापानी पढने में भी कमज़ोर हूँ. इसलिए मैं सबसे जाएदा जापानी बोलते हुए दो व्यक्तियों की बोल पकड़ने में तो एकदम कच्चा हूँ. ऐसे में कैसे मैं अच्छा करूं? आमी को डोर लागी छे.. फिर भी わたしは がんばあります。わたしは日本語 に じょうず なりたいです。みんなさん じゃ また ね。 さよなら。